SENIOR CITIZEN
अक्सर हम लोग अपने ही परिवार में बुजुर्ग लोगो में मानसिक विकृति को देखते हैं | कुछ बुजुर्ग अपने जीवन में घटने वाली पुरानी बातों को बार-बार सुनाते रहते हैं |
कहीं पर बुजुर्ग महिलाएँ अपनी बहुओं को बुरा भला भी कहती नहीं थकती | परंतु एसी प्रवर्ती सभी बुजुर्ग महिलाओं में नहीं होती |
और हम देखते हैं की परिवार के सदश्य धीरे-धीरे बुज़ुर्गो की उपेक्षा करना प्रारंभ कर देते हैं |
कहीं-कहीं तो ऐसा भी देखने को मिलता है की बुज़ुर्गो को कमरे में बंद करके रखा जाता है, और परिवार के सदश्य उन्हें पागल करार दे देते हैं |
परंतु भारतीय लोग ये नहीं सोच पाते की बुज़ुर्गो को मानसिक बीमारी हो जाती है और इसका इलाज भी संभव है |
आज के तनाव भरे जीवन में एक जवान व्यक्ति भी मानसिक रोग से ग्रस्त हो जाता है | तो बुजुर्ग तो अपनी सारी उम्र संघर्ष भरा जीवन जीता तो है तो ऐसी मानसिक बीमारियाँ होना स्वाभाविक है |
यदि मानसिक रोग चिकित्सक को दिखाया जाए तो इलाज संभव है | और परिवार में सभी लोग एक साथ मिल जुल कर रह सकते हैं | अतः अपने माता पिता या परिवार में मौजूद बड़े बुज़ुर्गो को सबसे पहले मानसिक रोग चिकित्सक को समय-समय पर अवश्य दिखाते रहें | क्योंकि कई बार हम देखते हैं कि कुछ बुजुर्ग लोग लापता हो जाते हैं | मानसिक संतुलन खो देने कि स्थिति में बुजुर्ग घर से निकल कर चले जाते हैं |
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