good result in board exam
बोर्ड परीक्षा में अच्छा परिणाम
आजकल उज्जवल भविष्य बनाने की कोशिष में बच्चों के जीवन के साथ बहुत ही बुरा बर्ताव देखने को मिलता है | पब्लिक स्कूल द्वारा इतना ज्यादा दबाव माता पिता पर डाला जाता है कि वो यही सोचने लगते हैं कि जो भी शिक्षा आजकल दी जा रही है वही सर्वोपरि है | और बच्चों पर ज्यादा दबाव बनाये रखने पर ही बच्चे होनहार बनेंगे | या फिर परीक्षा में जिस बच्चे के ज्यादा नंबर आएंगे वही सबसे श्रेष्ठ बच्चा बनेगा |
भारत में ऐसा ही होता है | जिस भी विद्यार्थी के कम नंबर आते हैं उसका सभी अपमान करने लगते हैं | परन्तु यह पूर्णतया गलत है | ज्यादातर विद्यार्थी इसी वजह से हर वर्ष बोर्ड के रिजल्ट के बाद नंबर कम होने को लेकर या फेल हो जाने पर आत्महत्या कर लेते हैं | या दिमागी बिमारियों का शिकार हो जाते हैं |
परन्तु यह सही नहीं है | प्रत्येक विद्यार्थी में अलग -अलग गुण पाए जाते हैं | सभी को एक ही श्रेणी में नहीं रखा जा सकता | अलग -अलग योग्यता होने के बावजूद शिक्षा का स्तर एक ही रहता है | फिर बच्चों से ये उम्मीद कैसे की जा सकती है कि सभी का रिजल्ट एक बराबर ही होगा | तो आज के समय में ये जागरूकता होनी आवश्यक है कि सभी बच्चों से एक ही रिजल्ट की उम्मीद करना सही नहीं है |
स्कूल में भी अध्यापक द्वारा किसी भी बच्चे की अयोग्यता का बखान करना उचित नहीं माना जा सकता | अभिभावकों को आज के समय में अपने बच्चों के प्रति जागरूक होना अति आवश्यक है | ऐसी शिक्षा कभी सही नहीं मानी जा सकती जिसमें बच्चे हीनभावना का शिकार हो जाते हैं और उनका भविष्य पूरी तरह बर्बाद हो जाता है | यदि दसवीं बोर्ड या फिर बारहवीं बोर्ड के रिजल्ट में किसी बच्चे के कम नंबर आते हैं या वो फेल भी हो जाता है तो उसका हौसला ख़त्म नहीं होने देना चाहिए और उसे आगे और भी प्रयास करते रहने की सलाह देना चाहिए | कभी भी बच्चों को कोसना नहीं चाहिए | समय बदलता भी है और कामयाबी कभी न कभी हासिल होती ही है |
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