vastu dosha
वास्तु दोष कैसे बनते हैं ?
भारत में ज्यादातर लोगों को वैदिक ज्ञान होता ही है | हिंदुत्व के सभी ग्रन्थ भारत के ऋषि मुनियों द्वारा देवताओं से प्राप्त कर ग्रंथों के रूप में लिखे गए थे | ऐसे दुर्लभ ग्रन्थ कई बार बाहरी देशों से आये विदेशियों ने अज्ञानता वश नष्ट कर दिए |
क्योंकि वह यही सोचते थे कि भौतिक जगत में जो कुछ दिखाई देता है वही सच है | यही कारन है आज भारत में ज्यादातर लोग दुःख से ग्रस्त देखे जाते हैं | आज भारत में सबसे बड़ा दुःख का कारन वास्तु दोष ही है |
अक्सर लोगों द्वारा अपने घरों का आसपास का क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया जाता है | कहीं -कहीं तो कुछ लोग अपने घरों के सामने सड़क पर ही अवैध रूप से तहखाना बनवा देते हैं और उसको सामान रखने के लिए प्रयोग में लेते हैं |
कहीं पर सड़क का फुट-पाथ को ही कवर करके बरामदा बना लिया जाता है या फिर गाड़ी रखने का स्थान बना लिया जाता है | जिस प्रकार मानव शरीर में साँस लेने के नासिका या रोम छिद्र होते है उसी प्रकार मकान को भी अपने चारों तरफ खुला स्थान चाहिए होता है |
और गलत तरीके से स्थान को घेरकर मकान बनाने से उसमें रहने वाले लोग कभी सुखी नहीं रहते | ऐसे घरों में लोग गंभीर बिमारियों का शिकार होते देखे जाते हैं | कहीं -कहीं पर नालियों और सीवर के ऊपर भी लोग कमरा बना कर रहने लगते हैं | नालियां और सीवर से नकारात्मक ऊर्जा निकलती है | जिसका प्रभाव बहुत बुरा होता है | इस से गंभीर बीमारियां होने का खतरा हो जाता है | कुछ लोग तो सार्वजनिक स्थानों पर गमले रख कर भी अवैध रूप से कब्ज़ा कर लेते हैं | इस प्रकार से अवैध रूप से स्थान पर कब्ज़ा करने से धन हानि , रोग , अशांति ही प्राप्त होती है |
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