Bhagwan ke prasad ke naam par thagi
भगवान के प्रसाद के नाम पर ठगी
अक्सर देखने में आता है कि किसी यात्रा के दौरान या कही आते जाते हुए लोगो को कुछ लोग
ज़हरीला भगवान का प्रसाद बाँट कर लूट की वारदात करते हैं | ज़हरीला प्रसाद खा कर कई लोग
बेहोश हो जाते हैं और कुछ लोगो की मृत्यु भी हो जाती है | जिन लोगो के मन में ईश्वर के प्रति
अंधी आस्था होती है वो लोग बहुत आसानी से शिकार बनते हैं |
इसीलिए अंधी आस्था को नही मानना चाहिए | यदि कोई भी अजनबी व्यक्ति प्रसाद खाने का आग्रह करता है तो उसे बड़ी सरलता से कह देना चाहिए की मैने प्रसाद ग्रहण कर लिया है |
यदि अजनबी व्यक्ति ज़्यादा ज़ोर देकर प्रसाद ग्रहण करने को कहे तो उसको यह कहकर टाल दीजिए कि आप स्वयं अपने घर में पूजा करके स्वयं का अर्पित किया हुआ ही प्रसाद ग्रहण करते हैं |
यदि वो अजनबी यह कहे की भगवान के प्रसाद को अस्वीकार करना पाप है | तो उस व्यक्ति से कहें कि मुझे कोई पाप नही लगेगा | क्योंकि ज़्यादातर लोग धर्म के नाम पर लोगो को डराते ही रहते हैं | इतना ज़्यादा अंधविश्वास फैलाया जाता है की मनुष्य का जीवन जीना मुश्किल हो जाता है |
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