Wednesday, May 7, 2014

soyabean






सोयाबीन और हमारा स्वास्थय


सोयाबीन आज हर घर मे प्रचलित हो चुका है| आज हर व्यक्ति सोयाबीन के गुणों से परिचित  है| बदलते समय के अनुसार बदली हुई जीवन शैली के चलते मानव कई प्रकार की बीमारियो से  ग्रस्त होता जा रहा है| आज के समय में ज़्यादातर लोगो को ब्लड प्रेसर, हृदय रोग, मोटापा, मधुमेह जैसे रोग हो रहे हैं| सोयाबीन आज के समय मे एक बहुत ही अच्छा शाकाहारी  भोजन है|  इसमे प्रचुर मात्रा में प्रोटीन,केल्सीयम, और भी 

कई लाभदायक तत्व पाए जाते हैं|






सोयाबीन को कई रूपों में प्रयोग किया जा सकता|  बाज़ार में सोयाबीन का आटा, दूध, टोफू के रूप में मिल जाता है|  सोयाबीन का दूध घर पर भी बनाया जा सकता है| सोयाबीन का दूध बनाना बहुत ही आसान है|





सोयाबीन से दूध बनाने की विधि----


आधा कप साबुत सोयाबीन के दाने लेकर ५-६ घंटे के लिए पानी में भिगो दें| उसके बाद सोयाबीन को एक बार धो कर रख लें एक बर्तन मे दो कप पानी उबाल कर आँच बंद कर दें और भिगोया हुआ सोयाबीन उस पानी में डाल कर रख दें| उपर से बर्तन पर ढक्कन लगा दे आधा घंटे बाद उस पानी के कुछ ठंडा हो जाने पर हाथ से मसल कर सोयाबीन के छिलके उतार दें| छिलके उतर जाने से सोयाबीन की गंध समाप्त हो जाती है| छिल्को से सोयाबीन को अलग करके मिक्सी में थोड़ा पानी मिला कर पीस लें  और उस पीसे हुए घोल में पानी मिला कर दूध जैसा पतला  घोल बना लें| उसके बाद दूध की तरह कुछ देर उबाल लें| औरफिर थोड़ा ठंडा हो जाए तो किसी कपड़े या बारीक चलनी से छान लें| छानने के बाद जो पल्प बचेगा उसको आटे में मिला कर रोटियाँ बनाई जा सकती हैं|  इस प्रकार सोयाबीन का दूध तैयार हो जाता है| इसमे अपनी इच्छानुसार इलायची डाल कर स्वादिष्ट बनाया जा सकता है|


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